चम्पावत : कोरोना की लड़ाई में अपना सब कुछ दांव पर लगाकर इस महामारी से आजादी दिलाने वालों में फार्मासिस्ट सुरेश चंद्र जोशी का योगदान भी उल्लेखनीय है। स्वास्थ्य उपकेंद्र इड़ाकोट में कार्यरत जोशी ने कोरोना की पहली लहर आने के बाद जनवरी 2020 से विभिन्न राज्यों से आने वाले हजारों प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग की। टीका आने के बाद वह लगातार नेपाली सीमा से लगे गांवों के अलावा लोहाघाट नगर क्षेत्र में वैक्सीनेशन के महा अभियान में जुटे हैं।