हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया। देश की वो होनहार खिलाड़ी जिन्हें भारतीय हॉकी टीम में जगह बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। कई सालों की मेहनत के बाद वंदना कटारिया को टोक्यो ओलंपिक में अपनी हॉकी का दम दिखाने का मौका मिला, और वो क्या गजब खेलीं। इस वक्त हर जुबान पर उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया का नाम है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में शानदार खेल का प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में वंदना ने तीन गोल दागे और टीम को जीत दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई।बता दें कि 1984 के बाद किसी भारतीय ने ओलंपिक में हैट्रिक नहीं लगाई थी। वंदना ने ओलंपिक में हैट्रिक लगाकर पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी का यह खिताब भी अपने नाम कर लिया है। आज हम वंदना की सफलता देख रहे हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने का उनका सफर हर आम खिलाड़ी की तरह बेहद मुश्किल भरा रहा। वो हरिद्वार की रहने वाली हैं।