Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 22 Mar 2023 12:00 pm IST


हरदा के लिए गैरसैंण से आया कद्दू , बताया 'गरीबी का साथी'


देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत इन दिनों पहाड़ी कद्दू का जमकर स्वाद ले रहे हैं. साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कद्दू को अपना पसंदीदा सब्जी बताया है. साथ ही कद्दू के पैदा करने से लेकर वो इसके फायदे गिनाते दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि कद्दू उनका गरीबी का साथी है. हरीश रावत वीडियो में कहते दिख रहे हैं, उनका प्रिय कद्दू गैरसैंण से आया हुआ है. पर्वतीय क्षेत्रों में उस स्थान पर कद्दू की बेल लगाई जाती है, जहां पर तीती पाती के पौधे होते हैं. जिस कारण उनकी तासीर कद्दू में आ जाती है. इस कारण कद्दू में हल्का कड़वापड़न आ जाता है. साथ ही कद्दू के मिठास के एलिमेंट नियंत्रित हो जाते हैं. दूसरी खासियत इसकी ये है कि जब कद्दू नवंबर, दिसंबर में तैयार होता है, पहाड़ में इसे घर के छतों में धूप में बाहर रखा जाता है. जिस कारण भले ही इसमें विटामिन डी का समावेश होता हो या और कुछ, लेकिन कहा जाता है कि कद्दू और उसके दाने खाने से गठिया रोग का निदान होता है. बहरहाल ये मेरा गरीबी का साथी है और प्रिय फ्रूड है.दरअसल, हरीश रावत पहाड़ी खान-पान के काफी शौकीन हैं. समय-समय पर वो लोगों को पहाड़ी व्यंजनों की पार्टी देते रहते हैं. हरीश रावत ने पूर्व में अपने आवास पर डुबका, भात और टपकी (आलू-मूली की सब्जी) की दावत दी थी, जिसमें कई लोग शामिल हुए थे. हरीश रावत जब अपने पैतृक घर अल्मोड़ा के मोहनरी से देहरादून लौटे थे तो वो करेला, मूली, तोरई, लौकी, तुमड़ा, कद्दू और ककड़ियां भी साथ लाए थे. साथ ही उन्होंने वीडियो शेयर कर जानकारी साझा की थी.