हरिद्वार। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि देश व समाज को एकजुट कर अंग्रेजी दासता के खिलाफ विशाल अहिंसक आंदोलन खड़ा कर देश को आजाद कराने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सच्चे जननायक थे। उनके नेतृत्व में जाति, धर्म की दीवारे तोड़कर एकजुट हुए देश के लोगों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। गांधी जयंती पर कनखल स्थित वाल्मिीकि आश्रम में आयोजित गांधी के सपनों का भारत गोष्ठी व सहभोज कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और उनके विचार सदैव प्रासंगिक बने रहेंगे। आज जिस प्रकार देश व समाज बांटने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में उनके विचारों को अपनाने की बेहद आवश्यकता है। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश की एकता अखण्डता बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री स्व.लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि देश सेवा में ईमानदारी व सादगी की प्रतिमूर्ति स्व.लाल बहादुर शास्त्री का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। वाल्मिीकि आश्रम के महंत स्वामी मानदास महाराज ने कहा कि महात्मा गांधी केवल एक व्यक्ति नही बल्कि एक विचारधारा थे। देश हमेशा महात्मा गांधी के विचारों पर चला है। उनकी विचारधारा पर चलकर ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री देश की विरासत हैं। उनके विचारों को आत्मसात कर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। सफाई मजदूर नेता सुरेंद्र तेश्वर, पूर्व राज्य मंत्री मकबूल कुरैशी व हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार एक अटल सत्य हैं। संविधान एवं संस्कृति की रक्षा के लिए महात्मा गांधी व स्व.लाल बहादुर शास्त्री की विचारधारा सदैव प्रासंगिक रहेगी। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसजनों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष किरणपाल वाल्मिीकि, अशोक तेश्वर, वीरेंद्र श्रमिक, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवि बहादुर, शहर अध्यक्ष नितिन तेश्वर, चमार वाल्मिीकि महासंघ के अध्यक्ष भंवर सिंह, आकाश भाटी, नीरव साहू, नितिन यादव, विपिन पेवल, हाजी रफी खान, राजबीर चैहान, सत्यनारायण शर्मा, पुरूषोत्तम शर्मा, अशोक धींगान, महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष अंजू मिश्रा प्रदेश सचिव शशी झा, लता जोशी, अर्चना शर्मा, रेखा बाल्मिकि, हिमांशु बहुगुणा, कैलाश प्रधान, रविश भटीजा, पार्षद महावीर वशिष्ठ, रिजवान कुरैशी, हरद्वारी लाल, आत्माराम बैनीवाल, चेतराम तेश्वर, हरबंश चंचल, सुरेंद्र चंचल, नाथीराम पेवल, नानक चंद बिरला, राजेश शिवपुरी, डा.महेंद्र राणा, सुनील राजौर, जयपाल सिंह, सतपाल चंचल, असद महमूद, सलेखचंद, लक्ष्मीचंद, घश्याम पेवल, विपिन पेवल, नवीन छाछर, शिवदत्त, दिनेश, बलराम, कुलदीप सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व आम लोग मौजूद रहे।