गंगोलीहाट में सड़क की मांग पर धरने पर बैठे ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। चार माह से अधिक समय बीतने के बावजूद ग्रामीणों का आंदोलन समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। आंदोलनकारियों ने सरकार से उनकी भी सुध लेने को कहा है।
मड़कनाली-सुरखालपाठक सड़क के लिए ग्रामीण का अनशन 127वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को चंचल सिंह और जीवन सिंह धरने में बैठे। इस दौरान आंदोलनकारियों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने कहा आजादी के 75 साल बाद भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा के लिए ग्रामीणों को आंदोलन पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। एक तरफ सरकार खाली होते गांव को फिर से बसाने की बात करती है, लेकिन गांवों में सुविधाओं का टोटा है। यहां तक सड़क जैसी जरूरी सुविधा से भी ग्रामीण वंचित हैं। इससे गांवों से लगातार पलायन जारी है। कहा अगर जल्द ही शासन-प्रशासन की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो ग्रामीण आमरण अनशन शुरू करेंगे। यहां संघर्ष समिति के अध्यक्ष ललित सिंह, केदार सिंह, बलबीर सिंह, जगत सिंह, पुष्कर सिंह, भगवान सिंह, नारायण सिंह, प्रताप सिंह रहे।