नैनीताल-सुबह से देर रात तक जो व्यक्ति लगातार एंबुलेंस चलाए। कोविड मरीजों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर पहुंचाए। श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में सहयोग करे। पीपीई किट ही जिसकी वर्दी बन गई हो और परिवार के लिए उसके पास समय न हो। इसके बाद भी हंसते, गाते वह अपने काम में व्यस्त हो, वही असली कोरोना योद्धा है। इनका नाम है महेश पांडे।महेश पांडे की एंबुलेंस को प्रशासन की ओर से अधिगृहीत किया गया है। एक साल से वह मरीजों को लाने और पहुंचाने के काम में जुटे हैं। वह मंगलवार को उस समय चर्चा में आए जब सोमवार देर रात उन्होंने अपनी एंबुलेंस खड़ी कर रामपुर रोड पर चल रही बरात में ठुमके लगाए। हालांकि पीपीई किट पहने व्यक्ति के अचानक नाच करने से लोग थोड़ा सकुचाए मगर महेश थोड़ी देर बाद चले गए। यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। महेश से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह खुद को निराशा से बाहर निकालने के मौके ढूंढते हैं। 14 साल से इस पेशे में हैं। घर में दो छोटे बच्चे हैं। तनाव होता है तो इसी तरह खुद को बहलाते हैं इससे मन हल्का हो जाता है। महेश के अनुसार इस बीच तो दिनभर में 25 से अधिक मरीजों को लाने और ले जाने का काम करना पड़ रहा है। यही नहीं वह अपनी एंबुलेंस में दो-दो शव लेकर श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार भी करा रहे हैं।