हल्द्वानी शहर से महज 7 किलोमीटर दूर लोगों को जान हथेली में लेकर नदी पार करने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में पहाड़ों पर थोड़ी सी बारिश होने पर सूखी नदी उफान पर आ जाता है. जिससे विजयपुर गांव का संपर्क कट जाता है. ऐसे में ग्रामीणों को आने जाने के लिए जान जोखिम में डालकर नदी को पार करना पड़ता है. इन दिनों भी नदी उफान पर बह रही है. ऐसे में स्कूली बच्चों के साथ ग्रामीण भी अपनी जान को दांव पर लगाकर नदी को पार कर रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल आने जाने वाले बच्चों को उठानी पड़ रही है. जहां उन्हें नदी पार करने के लिए ग्रामीणों की मदद लेनी पड़ रही है.
इतना ही नहीं अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसे कंधे पर लादकर नदी को पार करना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है पहाड़ों पर थोड़ी सी बारिश के बाद नदी में भारी मात्रा में पानी आ जाता है. जिसके चलते ग्रामीणों को कई बार नदी के उस पर आने जाने के लिए घंटों इंतजार भी करना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि ब्रिटिश कालीन विजयपुर गांव में करीब 200 परिवार रहता है. पुल की मांग को लेकर कई बार आंदोलन भी किया जा चुका है, लेकिन सरकार और प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.