भिलंगना ब्लाक के ग्राम पंचायत पिनस्वाड़ के तीन प्राथमिक विद्यालय भवनों की स्थिति खस्ताहाल बनी है। विद्यालय भवनों की स्थिति खस्ताहाल होने के कारण वहां पढ़ाने वाले छात्रों को जान का जोखिम बना है, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर लापरवाह बना है। शिक्षा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गबर सिंह बसनवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते करीब डेढ़ वर्ष बाद खुले पिनस्वाड़ ग्राम पंचायत के तीन प्राथमिक विद्यालय की स्थिति खराब है। बताया इससे पूर्व विद्यालयों की स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन कोरोना के दौरान विद्यालय भवनों के बंद रहने से उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है। ग्रामीण अपने नौनिहालों की जान जोखिम में डालकर विद्यालय भेजने को मजबूर है। ग्राम प्रधान प्रधान दीपक जखेडी ने बताया ग्राम पंचायत पिनस्वाण, उरणी और कांदिल के विद्यालयों की खस्ताहाल स्थिति को लेकर विगत वर्षों में शासन-प्रशासन के साथ शिक्षा विभाग को अवगत करवाया था, लेकिन विद्यालय भवनों की मरम्मत नहीं करवाई गई। उन्होंने शासन-प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से उक्त विद्यालय भवनों की मरम्मत की मांग की है।