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• Wed, 3 Jan 2024 3:39 pm IST


स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए लगानी पड़ रही 40 किमी की दौड़


अल्मोड़ा। दन्या महाविद्यालय में तीन साल बाद भी बीकॉम, एमकॉम, एमए, एमएससी पाठयक्रम को स्वीकृति नहीं मिल सकी है। इसका प्रस्ताव शासन में धूल फांक रहा है और विद्यार्थियों को इन विषयों का ज्ञान लेने के लिए 40 किमी दूर अल्मोड़ा की दौड़ लगानी पड़ रही है। हालात ये हैं कि किराए पर रहने और खाने के लिए धन नहीं होने से जरूरतमंद विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रही है।दन्या में वर्ष 2021 में राजकीय महाविद्यालय संचालित होने से क्षेत्र के युवाओं को स्थानीय स्तर पर उच्च शिक्षा मिलने की उम्मीद जगी। उनकी यह उम्मीद सरकारी फाइलों में दब गई है। यहां बीए और बीएससी पाठ्यक्रम ही संचालित हो रहा है। बीकॉम, एमकॉम, एमएससी, एमए पाठ्यक्रम का ज्ञान लेने के लिए विद्यार्थियों को 40 किमी दूर अल्मोड़ा की दौड़ लगानी पड़ रही है। इन पाठ्यक्रमों का संचालन करने के लिए महाविद्यालय प्रबंधन ने प्रस्ताव एक साल पूर्व उच्च शिक्षा निदेशालय को भेजा है जो सरकारी फाइलों में धूल फांक रहा है। इस अनदेखी से यहां पढ़ने वाले 427 विद्यार्थी मायूस हैं और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए अन्य महाविद्यालयों में जाना पड़ रहा है।