नई दिल्ली: स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा का बुधवार को निधन हो गया है। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। एसपीजी देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। सिन्हा को लिवर में दिक्कत होने के कारण चार सितंबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार सुबह उनका निधन हो गया।
अरुण कुमार सिन्हा 1988 के केरल कैडर के IPS अधिकारी हैं, जिन्हें हाल ही में एक साल का विस्तार दिया गया था। अरुण
कुमार सिन्हा 2016 से स्पेशल प्रोटेक्शन
ग्रुप (SPG) के चीफ के पद पर
तैनात थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई झारखंड से पूरी की थी और वे केरल पुलिस में कई अहम
पदों पर रहे। अरुण सिन्हा ने DCP, कमिश्नर, रेंज IG, इंटेलिजेंस IG और एडमिनिस्ट्रेशन IG जैसे पद संभाले।
SPG विभाग के बारे में
बता दें कि 31 अक्टूबर, 1984 को इंदिरा गांधी
की हत्या हो गई थी। इसके बाद सन् 1988 में संसद में SPG एक्ट पारित किया
गया और SPG का गठन हुआ। उस वक्त भी मौजूदा प्रधानमंत्री
को ही सुरक्षा देने का प्रावधान था, पूर्व
प्रधानमंत्रियों को नहीं। यही कारण था कि सन् 1989 में वीपी सिंह की सरकार ने राजीव गांधी का SPG कवर हटा दिया था। सन् 1991 में राजीव गांधी
की भी हत्या हो गई। फिर SPG कानून में
संशोधन हुआ और प्रावधान किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार को पद
से हटने के 10 साल बाद तक SPG सुरक्षा मिलेगी।
इस बदलाव के बाद अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने साल 2003 में इस कानून में
एक बार फिर संशोधन किया। इस संशोधित कानून के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री को पद छोड़ने के एक साल बाद तक ही SPG कवर मिलेगा, लेकिन मोदी
सरकार ने SPG एक्ट में दोबारा संशोधन कर दिया था। इसके बाद
ये सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ मौजूदा प्रधानमंत्री को ही मिलती है।