धारचूला (पिथौरागढ़) : पर्यटन परिषद उत्तराखंड के सचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुर्वे के आदेश पर केएमवीएन, एसडीएम धारचूला, राजस्व विभाग, सेना और जिला पर्यटन विभाग की संयुक्त टीम लिपुलेख जाकर भविष्य में धार्मिक पर्यटन की संभावना का सर्वे कर लौट आई है।बता दें कि संयुक्त टीम में केएमवीएन एमडी डॉ. संदीप तिवारी, एसडीएम दिवेश शाशनी, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य, वरिष्ठ साहसिक अधिकारी देहरादून लता बिष्ट, रमेश कपकोटी प्रबंधक साहसिक अधिकारी केएमवीएन नैनीताल, संजय मेहरा और सेना के सूबेदार राम सिंह ने लिपुलेख जाकर निरीक्षण किया।जिला पर्यटन अधिकारी आर्य, लता बिष्ट, सेना के सूबेदार राम सिंह ने नाभीढांग से नौ किमी की वाहन से यात्रा करने के बाद 1.8 किमी की कठिन खड़ी चढ़ाई पार कर पुरानी लिपुलेख की चोटी (18 हजार फीट) पर पहुंचे। आर्य ने बताया कि चोटी पर पहुंचने के बाद कैलाश पर्वत के मनमोहक दर्शन हुए। उन्होंने चोटी पर बहुत तेज हवाएं चलने की बात भी बताई। उन्होंने बताया कि पैदल मार्ग ठीक करने बाद यात्रियों को यात्रा करने में कोई परेशानी नहीं होगी।