गंगोत्री विस सीट पर राज्य गठन के पहले से जिस पार्टी का विधायक सूबे में उसकी सरकार का मिथक बना हुआ है। आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल के गंगोत्री सीट से चुनाव मैदान में उतरने से यह वीआईपी सीट बनकर उभरी है। जिस पर 19 साल बाद त्रिकोणीय मुकाबले के संयोग बने हैं। सीट पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के साथ आप ने जोर लगाया हुआ है।
चार धामों में प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के नाम वाली इस सीट पर राज्य गठन के बाद हुए चुनावों में जनता ने भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से मौका दिया है। वर्ष 2002 के पहले चुनाव में यहां भाजपा, कांग्रेस के साथ भाकपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था। जिसमें भाकपा के कमला राम नौटियाल ने भाजपा के बुद्धि सिंह पंवार को तीसरे पायदान पर धकेल दिया था। हालांकि कमला राम भी नहीं जीते थे।