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• Wed, 28 Feb 2024 4:10 pm IST


बागनाथ धाम में प्रसाद योजना नहीं चढ़ सकी परवान, बढ़ता जा रहा 'कायाकल्प' का इंतजार


बागेश्वर : वर्ष 2022 में बागनाथ धाम का चयन प्रसाद योजना के तहत हुआ था। इसके लिए केंद्र सरकार से 49 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। योजना के तहत बागनाथ धाम के सौंदर्यीकरण के साथ ही सरयू और गोमती नदी के घाटों का सौंदर्यीकरण होना था लेकिन अब तक योजना परवान नहीं चढ़ी है।वर्ष 2022 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री बागेश्वर के विधायक चंदन राम दास के प्रयासों से केंद्र सरकार ने बागेश्वर के विख्यात बागनाथ धाम का प्रसाद योजना के तहत चयन किया था। इसके लिए 49 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। योजना के बागनाथ मंदिर का रासायनिक उपचार होना है। योजना में सरयू और गोमती नदी के घाटों के सौंदर्यीकरण के साथ गोमती पुल से सरयू संगम तक दोनों तरफ आस्थापथ का निर्माण और लोनिवि आवासीय काॅलोनी को जोड़ने के लिए पैदल पुल का भी प्रस्ताव है।योजना के तहत बागनाथ मंदिर आसपास बने भवनों में पर्वतीय शैली के तहत एकरूपता लाने का प्रस्ताव शामिल है। केंद्रीय पर्यटन विभाग की टीम ने वर्ष 2023 की शुरूआत में मंदिर परिसर का जायजा लिया था। योजना के परवान चढ़ने का इंतजार है।