रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में महायज्ञ की बदरी-केदार मंदिर समिति एवं ग्रामीणों ने तैयारी पूरी कर ली है। बदरीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति व ग्राम पंचायत मक्कूमठ तथा पावजगपुड़ा के सहयोग से महायज्ञ का शुभारम्भ गणेशादि पंचाग पूजन व हरिद्रादि सर्वारम्भ के साथ कर दिया गया। बुधवार को पूजापाठ सरलीकरण की परम्पराएं होंगी। गुरुवार को युगों से चली आ रही पौराणिक परम्पराओं के चलते कुण्ड खातिक किया जाएगा और 22 अप्रैल से महायज्ञ का विधिवत शुभारम्भ होगा। 11 दिवसीय महायज्ञ में प्रतिदिन आचार्यों द्वारा हवन कुंड में अनेक प्रकार की आहूतियां डालकर विश्व शान्ति व कल्याण की कामना की जाएगी। महायज्ञ में 1 मई को कलश यात्रा के साथ 2 मई को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। यहां 18 वर्षों बाद हो रहे महायज्ञ को लेकर तुंगनाथ घाटी का माहौल भक्तिमय बना है। सफल आयोजन के लिए जिम्मेदारी सौपी गई है।