फिल्म जगत के सबसे बड़े राष्ट्रीय सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार की तर्ज पर मुंबई में दिए जाने वाले निजी पुरस्कारों का सबसे पहले विरोध करने वाली एक्ट्रेस निकिता घाग की पारलौकिक शक्तियों के विषय पर आधारित फिल्म ‘आनंदी’ की शूटिंग पूरी हो गई है। फिल्म में निकिता घाग ने बंगाल के ग्रामीण अंचलों में प्रचलित लोककथाओं के आधार पर एक ऐसी महिला की भूमिका निभाई है जो महिलाओं को परेशान करने वाले पुरुषों पर खास नजर रखती है।
एक सुनसान हवेली में रहकर तांत्रिक पूजा करने वाली ये महिला रात के अंधेरे में अबलाओं की रक्षक बनकर घूमती हैं और जरूरत मंद महिलाओं की रक्षा करती है। बांग्ला फिल्मों के चर्चित निर्देशक पार्थसारथी मन्ना ने ये फिल्म का निर्देशन किया है। वहीं निकिता घाग फिल्म ‘आनंदी’ की निर्माता भी हैं और इसमें उन्होंने शीर्षक भूमिका भी निभाई है।