जर्नल ऑफ सेपरेशन साइंस में मिला पतंजलि द्वारा उत्पादित कोरोनिल को स्थान
हरिद्वार। विश्व प्रसिद्ध विले वीसीएच जर्मनी द्वारा प्रकाशित जर्नल ऑफ सेपरेशन साइंस में कोरोनिल को स्थान मिला है। पतंजलि योगपीठ द्वारा मीडिया को जारी बयान में दावा किया है कि कोरोनिल आयुर्वेद की पहली औषधि है जिसने अन्तर्राष्ट्रीय जर्नल के कवर पेज पर अपना स्थान बनाया है। जारी बयान में कहा गया कि पतंजलि इस दवा को चुनौती देने वालों का धन्यवाद करती है, जिनके कारण पतंजलि ने शीघ्रता से प्रमाणिक कार्य किया। पतंजलि ने दावा किया कि कोरोनिल ने कोरोना काल में जहां लाखों परिवारों के प्राणों की रक्षा की है वहीं लोगों को कोरोना के भय और अनेक भ्रम फैलाने वाले षडयंत्रकारी तत्वों से बचाने का काम किया है।यही वजह है कि रिसर्च जर्नल ने कोरोनिल औषधि के प्रभाव को प्रकाशित किया है। कोरोनिल के प्रभावशाली होने के साथ-साथ इसकी गुणवत्ता में भी किसी तरह की न्यूनता नहीं मिली है।