उच्च हिमालीय क्षेत्रों में स्थित चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट सोमवार को 7 बजे शीतकाल के लिये बंद हो गये। जिसके बाद 20 अक्तूबर को भगवान रुद्रनाथ की डोली में शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंचेगी। जहां शीतकाल में भगवान रुद्रनाथ की पूजा-अर्चना की जाएगी। रुद्रनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी हरीश भट्ट ने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार 17 अक्तूबर को कार्तिक सक्रांति को शांर7 बजे शीतकाल के लिये बंद किये गये। 18 अक्तूबर को भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिये वीरभद्र मंदिर डुमक पहुंचेगी। जहां से 19 को प्रस्थान कर देव डोली कुजौं के गणजेश्वर मंदिर में रात्रि प्रवास कर 20 अक्तूबर को सायं 3 बजे शीतकालीन गद्दी स्थली गोपीनाथ मंदिर पहुंचेगी।