उत्तराखंड की राजनीति में हरीश रावत इस वक्त दो मोर्चो पर एक साथ जूझते दिख रहे हैं। मोर्चा तो यह है कि वह किसी भी तरह से आलाकमान से यह गारन्टी चाहते हैं कि राज्य में कांग्रेस बहुमत से आती है तो मुख्यमंत्री वही होंगे। इसी कोशिश में पिछले दिनों उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां भी किया ,उसको लेकर पार्टी में उथल पुथल रही ।
उनका दूसरा मोर्चा है अपने बेटे बेटी का टिकट पक्का करना है। हरीश रावत ने फेसबुक पर यह लिख कर इशारा भी दिया है
उन्होंने लिखा था की ''अब थोड़ा मुझे अपने बेटे बेटियों जिन्होंने मेरी गलतियों वश राजनीति की ओर कदम बढ़ा दिया या मेरी ढिलाई समझ लीजिए प्रोत्साहन तो मैंने कभी दिया ही नहीं लेकिन मेरी ढिलाई के कारण वे भी इस काम में लग गए