मसूरी और धनौल्टी में पर्यटकों के वाहनों का दबाव बढ़ेगा तो बाकी वाहनों को कुठालगेट पर ही रोक दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर सुवाखोली से सहस्त्रधारा वाले मार्ग को वन-वे के तौर पर प्रयोग किया जाएगा ताकि इन दोनों स्थानों पर जाम की स्थिति न बने। इसके लिए सीओ ट्रैफिक अनुज आर्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है। सीओ ट्रैफिक ही पूरे मार्ग पर सभी व्यवस्थाओं को परखने के बाद निर्णय लेंगे।इस संबंध में डायरेक्टर ट्रैफिक मुख्तार मोहसिन ने मंगलवार को समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सबसे पहले सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2023 में सड़क हादसों के आंकड़े 2022 के आंकड़ों के आसपास ही स्थिर हैं। इसके लिए 2024 में सभी जिलों को प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। इसके बाद मसूरी-धनौल्टी में पिछले दिनों भीड़ और अव्यवस्थाओं पर दिशा निर्देश दिए। डायरेक्टर ट्रैफिक गत 28 जनवरी को मसूरी-धनौल्टी रूट की यातायात व्यवस्था को देखने के लिए भ्रमण पर गए थे। उन्होंने देखा कि वहां पर पर्यटकों के वाहनों की अधिकता में यातायात बाधित था।