देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माता के कई वीर सिपाही रहे. जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर से भी देश की आजादी की लड़ाई में कई लोग कूद पड़े थे. इनमें से कालसी के खत बाना ग्राम पंजिया के फुनकू दास भी थे. फुनकू जी का जन्म 10 अगस्त सन 1910 को एक गरीब परिवार में हुआ था.
फुनकू जी के पिता का नाम मेंढकू जी और माता का नाम कुसाली देवी था. जब देश में स्वतंत्रता का आंदोलन चल रहा था तो उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में भाग लिया था. उन्हें देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू भी बहुत स्नेह करते थे. इतना ही नहीं फुनकू जी आंदोलन के दौरान जवाहरलाल नेहरू और महावीर त्यागी के साथ देहरादून व बरेली जेल में भी रहे. वहीं स्वतंत्रता संग्राम स्मारक समिति कालसी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास की जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई. साथ ही विभिन्न लोक कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति दी.