बड़कोट। नगर पालिका बड़कोट में जल संस्थान ने लाखों की लागत से पाइपों का जाल तो बिछाया, लेकिन अनियमित आपूर्ति के चलते लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। कई वार्डों में लोग प्राकृतिक स्रोतों से भी जलापूर्ति करने को मजबूर हैं। चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ाव तहसील मुख्यालय बड़कोट में पेयजल आपूर्ति में सुधार नहीं हो रहा है।कई वार्डों में एक-दो घंटे भी मुश्किल से पानी मिल पा रहा है। वहीं कई वार्डों में उपभोक्ता पीने के पानी के लिए प्राकृतिक स्रोतों का सहारा लेने को मजबूर हैं। कई जगह उपभोक्ता सीधे प्राकृतिक स्रोतों से निजी लाइन जोड़कर काम चला रहे हैं। स्थानीय प्रेम सिंह, शैलेंद्र चौहान, अरविंद, मनमोहन का कहना है कि पालिका क्षेत्र के लिए चार दशक पहले बनी पेयजल योजना बढ़ी हुई आबादी की प्यास बुझाने में सक्षम नहीं है।