क्वाइल्स से निकलने वाले धुंए से सेहत को किस प्रकार के नुकसान हो सकते हैं, इस बारे में जानने के लिए किए गए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि लगातार इसका उपयोग इनडोर प्रदूषण को बढ़ा सकता है। एक कॉइल को जलाने से फॉर्मलाडेहाइड का उत्सर्जन 51 सिगरेट जलाने के बराबर होता है। इस रसायन का उपयोग कई प्रकार के घरेलू उत्पादों में तीक्ष्ण सुगंध के लिए किया जाता है।अध्ययनों में इसे सेहत के लिए बहुत हानिकारक पाया गया है, इससे कैंसर का भी जोखिम हो सकता है। क्वाइल से निकलने वाले धुंए के लगातार संपर्क में रहने के कारण फेफड़े के कैंसर के विकसित होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
आंखों में जलन और सिरदर्द की समस्या- क्वाइल्स के जलने से निकलने वाले धुंआ के संपर्क में आने के कारण आंखों में जलन की समस्या हो सकती है। यह धुंए में मौजूद हानिकारक पदार्थों के कारण होता है। इसके अलावा कॉइल में मौजूद पदार्थ सिरदर्द का भी कारण बन सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कभी भी इस प्रकार के धुंए के सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए, ये सेहत को कई प्रकार से नुकसान पहुंचा सकता है।
फेफड़ों और सांस की समस्या- मच्छर भगाने वाले कॉइल में कार्सिनोजेन्स होते हैं जो आपके फेफड़ों की मुश्किलों को बढ़ा देते हैं। गंभीर स्थितियों में इसके कारण फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा यह अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) को भी ट्रिगर कर सकता है। जिन लोगों को पहले से ही इस तरह की दिक्कत है उन्हें विशेष बचाव की आवश्यकता होती है। धुंए के सीधे संपर्क में आने से बचें।
क्या है डॉक्टर्स की सलाह?- डॉक्टर्स कहते हैं, डेंगू-मलेरिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों से बचे रहने के लिए मच्छरों के काटने से बचना चाहिए। हालांकि इसके लिए क्वाइल्स जलाना सुरक्षित विकल्प नहीं माना जा सकता है। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें या फिर अन्य वैकल्पिक उपायों को प्रयोग में लाएं जिसमें धुंआ न निकलता हो। डेंगू से बचाव के लिए पूरी आस्तीन के शर्ट और पैंट पहनें जिससे मच्छरों के काटने से बचा जा सके।