बेड़ीनाग (पिथौरागढ़)। चौकोड़ी में मां कोटना देवी मंदिर परिसर को स्थानीय लोगों ने माता भगवती को समर्पित किया है। प्रति वर्ष हरेला के दिन कोटना वन परिसर में एक हजार पौधों का रोपण किया जाता है। इसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने जंगल को आग के हवाले कर दिया है। इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।सामाजिक कार्यकर्ता हीरा सिंह गैड़ा ने लोगों से अपील की है कि कोटना वन परिसर में किसी भी व्यक्ति को आग लगाते हुए देखें तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करें। उन्होंने कहा है कि जहां तक संभव हो अपने आसपास के जंगलों को आग से बचाने के लिए आगे आएं। उनका कहना है कि अभी पर्यटन सीजन है। बाहर से काफी संख्या में पर्यटक यहां आ रहे हैं, यदि जंगल इसी तरह जलते रहे तो उन्हें क्या दिखाओगे। गैड़ा का कहना है कि यह सीजन पेडा़ें में नई कपोलों के खिलने का है। जंगलों में पक्षी अंडे देते हैं। कहा है कि वन में हिरन, चीतल, घुरड़ अपनी जान बचाते फिर रहे हैं। आग बुझाने में रमेश जोशी, दीपा देवी, देवन कार्की, हरीश खाती, हीरा गैड़ा, संदीप बाफिला आदि शामिल रहे।