आदिबदरी। तहसील के चार से अधिक गांवों को अब पेयजल संकट से निजात मिल सकेगी। इन गांवों के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ की लागत से पंपिंग योजना का काम शुरू हो गया है। एक वर्ष में योजना का काम पूरा हो जाएगा और चार गांवों के ग्रामीणों को पेयजल संकट से निजात मिल जाएगी। भलसों सहित रीठा मंगरी, जैम, थापली गांवों के ग्रामीण दो दशक से पेयजल किल्लत से जूझ रहे थे। गरमियों में यहां पानी नहीं आता था और लाेग पेयजल स्रोतों से पानी ढोते थे। जबकि सर्दियों में पेयजल लाइन पर पानी कम आने पर लोग रात में भी पानी भरते थे। कई ग्रामीण तो वाहनों में पानी भरकर घरों तक पहुंचाते थे। रीठा मंगरी के संतोष कुमार व रघुबीर लाल ने कहा कि अब पानी के लिए नहीं तरसना पड़ेगा। भलसों के प्रधान नवीन खंडूड़ी ने कहा कि पंपिंग पेयजल योजना की स्वीकृति में समय तो लगा लेकिन अब जब निर्माण कार्य जोर-शोर से शुरू हो गया है तो बहुत खुशी हो रही है। जैम की रामेश्वरी देवी ने कहा कि जब गांव में पानी आएगा तो वह किसी वरदान से कम नहीं होगा। दूसरी ओर निर्माणदायी संस्था जल निगम के अधिशासी अभियंता अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि इस योजना के पाइप आदिबदरी के समीप की बस्ती गोविंद सदन, चक्की मोहल्ले तक बिछाए जाएंगे। मार्च 2025 तक यह योजना बनकर तैयार हो जाएगी।