प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश पीएम शेख हसीना के बीच बैठक संपन्न हो चुकी है। दोनों देशों के बीच हुए समझौतों की फाइलों को हस्तांतरित किया गया। वहीं बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
प्रेस वार्ता में बांग्लादेश पीएम ने कहा कि, मैं पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना करती हूं, जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों को अतिरिक्त गति प्रदान करना जारी रखेगा। भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंधों को पड़ोस की कूटनीति के लिए आदर्श माना जाता है। भारत आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भारत आगे बढ़ रहा है। मैं अगले 25 सालों के लिए अमृत काल की नई सुबह के लिए भारत को अपनी शुभकामनाएं देती हूं। मैं भारत लगभग 3 साल के बाद आ रही हूं, मैं भारत का धन्यवाद करती हूं और हमारे बीच आगे एक सकारात्मक प्रस्तावों की अपेक्षा करती हूं।
वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि, आज हमने आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ सहयोग पर जोर दिया। 1971 के साहस को जीवंत रखने के लिए भी यह बहुत आवश्यक है कि हम ऐसी शक्तियों का मिल कर मुकाबला करें, जो हमारे आपसी विश्वास पर आघात करना चाहती हैं। आज हमने कुशियारा नदी से जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा। ऐसी 54 नदियाँ हैं जो भारत-बांग्लादेश सीमा से गुजरती हैं और सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी रही हैं। ये नदियाँ, इनके बारे में लोक-कहानियां, लोक-गीत, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत के भी साक्षी रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, आज बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा साझेदार है। उन्होंने कहा, बांग्लादेश हमारा बड़ा व्यापारिक पार्टनर बन गया है। हमारे घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध लगातार आगे बढ़ रहे हैं। हमने आईटी, अंतरिक्ष और न्यूक्लियर एनर्जी जैसे सेक्टर में भी सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया है, जो हमारी युवा पीढ़ियों के लिए रूचि रखते हैं। हम जलवायु परिवर्तन और सुंदरबन जैसी साझा धरोहर को संरक्षित रखने पर भी सहयोग जारी रखेंगे।