फास्ट फूड के लिए बच्चों से लेकर बड़ों तक की दीवानगी ने आज लोगों की फूड हैबिट्स को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। पहले के समय में जहां लोग नाश्ते में ओट्स, पराठा सब्जी खाना पसंद करते थे वहीं उसकी जगह आज सैंडविच और पास्ता ने ले ली है। फिर इसके पीछे चाहे वजह समय की कमी हो या बदलती फूड हैबिट्स। टेस्ट में फास्ट फूड भले ही कितने ही टेस्टी क्यों न लगे, लेकिन सेहत के लिए इसके नुकसान सभी लोग जानते हैं। लेकिन इससे भी अलग क्या आप जानते हैं बर्गर, पिज्जा और मोमोज जैसे फास्ट फूड के साथ परोसी जाने वाली मेयोनीज आपकी सेहत को इन फास्ट फूड से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। जी हां, मेयोनीज का क्रीमी टेक्सचर जिसे ज्यादातर लोग पसंद करते हैं, वो आपकी सेहत को अनजाने में बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहा है। आइए जानते हैं कैसे।
मेयोनीज खाने से सेहत को हो सकते हैं ये बड़े नुकसान-
ब्लड प्रेशर की समस्या- मेयोनीज में ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है। जिसका ज्यादा सेवन करने से व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इसके अलावा मेयोनीज का अधिक सेवन से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी बढ़ा सकता है।
मोटापा- आप भले ही जिम में घंटो एक्सरसाइज करके वेट लॉस करने का सपना देखते हो लेकिन आप अगर मेयोनीज खाने के शौकीन हैं तो ये सपना पूरा होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। जी हां, मेयोनीज में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है। ऐसे में रोजाना इसका सेवन करने से आप तेजी से अपना वजन बढ़ा सकते हैं। अगर आप वजन कंट्रोल रखना चाहते हैं तो मेयोनीज का सेवन कम से कम करें।
डायबिटीज- मेयोनीज खाने में जितना टेस्टी होता है, सेहत के लिए उतने ही ज्यादा साइड इफेक्ट्स लेकर आता है। मेयोनीज का ज्यादा सेवन करने से आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को डायबिटीज होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
सिरदर्द और उलटी- मेयोनीज को बनाने के लिए कई तरह के प्रिजरवेटिव और आर्टिफिशियल इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एमएसजी सेहत को नुकसान पहुंचाकर कई लोगों के लिए सिरदर्द, कमजोरी और जी मिचलाने जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
दिल की सेहत के लिए खतरा- मेयोनेज का अधिक मात्रा में सेवन करने से लोगों को हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। ध्यान रखें, मेयोनेज के एक बड़े चम्मच में लगभग 1.6 ग्राम वसा पाई जाती है। ऐसे में मेयोनीज का अधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण भी बन सकता है। शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है।