आपदा प्रभावित गांव मवानी दवानी के लोग विभिन्न समस्याओं को लेकर 80 किमी दूर जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम को ज्ञापन दिया। कहा गोरी नदी में खुद से लगाई गरारी पिछले दिनों आई आपदा में बह गई है, जिससे क्षेत्र के विभिन्न गांवों का शेष दुनिया से संपर्क कटा है। बावजूद इसके गरारी बनाने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही। कहा आपदा प्रभावितों को राहत देने के झूठे दावे हो रहे हैं।
गुरुवार को मवानी दवानी के ग्रामीण प्रधान मुन्नी देवी के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम को ज्ञापन दिया। कहा घुरुड़ी, मनकोट, भ्यूला, घांघली सहित अन्य गांवों को जोड़ने वाली गोरी नदी में बनी गरारी पिछले दिनों आई आपदा में बह गई, जिससे इन गांवों का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है। कहा ग्रामीणों ने खुद यहां काठ का पुल बनाया था वह भी बह गया। न तो पुल बनाया जा रहा है और ना ही गरारी स्थापित करने के प्रयास हो रहे हैं। पुल व गरारी बहने से बच्चों का स्कूल पहुंचना मुश्किल हो गया है। बच्चे किसी तरह जान जोखिम में डालकर चट्टानों व दरकते पहाड़ों के बीच स्कूल पहुंच रहे हैं। कहा बंगापानी तहसील में खतौनी नहीं निकलने से क्षेत्र के लोगों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। उन्हें 65 किमी दूर धारचूला की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा सरकारी तौर पर प्रभावितों को राहत देने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन इसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा। चेतावनी देते हुए कहा शीघ्र इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।