बंगापानी(पिथौरागढ़)। सीमांत क्षेत्र बंगापानी तहसील के माणीधामी, आलमदारमा, मदरमा के साथ ही मेतली, भटभटा और देवलेख की हजारों की आबादी आज भी सड़क के लिए तरस रही है। बंगापानी में गोरी नदी पर माणीधामी, आलमदारमा, मदरमा, मवानी दवानी आदि गांवों को जोड़ने के लिए चार वर्ष पूर्व मोटर पुल बनना शुरू हुआ। करीब 20 मीटर का यह पुल आज तक नहीं बन पाया है। पुल की प्रक्रिया तो शुरू की गई लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया।बताया जा रहा है कि पहले निर्माणाधीन पुल के ऊपर से बिजली की लाइन हटेगी तभी पुल का कार्य आगे बढ़ पाएगा। बंगापानी से करीब 10 किमी के दायरे में यह गांव आते हैं। इसके लिए साढ़े सात किमी सड़क कटी हुई है। आगे की सड़क की कटिंग अभी होनी है लेकिन पुल का मामला लोनिवि और ऊर्जाा निगम के बीच फंसा हुआ है। अकेले माणीधामी में ही करीब 64 परिवार रहते हैं। इसके अलावा पुल बनने से करीब चार हजार लोगों को फायदा होता। ग्रामीण लाल सिंह राणा, केदार सिंह धामी, दीवान सिंह, पदम सिंह, मोहन सिंह और चरण सिंह का कहना है कि सड़क नहीं होने से मरीजों को डोली के माध्यम से बंगापानी तक लाना पड़ता है।