Read in App


• Sun, 24 Jan 2021 5:31 pm IST


घाट के ग्रामीणों का आंदोलन ,सरकार की जनविरोधी नीतियों का नतीजा- विनोद कपरवाण



आप प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरवाण ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकास विरोधी सरकार है जो ,राज्य के हितों के साथ जनता के हितों की भी लगातार अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि ,चमोली जिले के घाट में सड़क चौड़ीकरण को लेकर, वहां के ग्रामीण पिछले 51 दिनों से आंदोलन को मजबूर है ।  घाट के स्थानीय लोग इसके लिए लगातार आंदोलन कर रहे हैं ,लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। पुरुष और महिलाएं सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन को मजबूर है । उनकी मांग है कि घाट - नंदप्रयाग सडक का चौड़ीकरण जल्द से जल्द किया  जाए। आप उपाध्यक्ष ने कहा ,बीजेपी सरकार की कथनी और करनी का नतीजा ये आंदोलन है  जो बताता है कैसे विकास की बात करने वाली ये सरकार ,जनविरोधी के साथ साथ , संवेदनहीन भी हो चुकी है ।आप पार्टी मांग करती है ग्रामीणों की भावनाओं और मजबूरी का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द इनकी मांग पर कार्यवाही करते हुए आंदोलन को खत्म करवाएं ।

आप उपाध्यक्ष ने कहा, 2017  में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस 19 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग के चौड़ीकरण एवं डामरीकरण की घोषणा की थी, जिसके बाद इस काम के लिए 1 करोड़ 28 लाख 44 हजार रुपये की वित्तीय स्वीकृति का आदेश जारी हुआ.लेकिन तब से  अब तक सवा दो साल की अवधि बीत चुकी है. जिससे मजबूरन ग्रामीणों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा। आप उपाध्यक्ष ने कहा,घोषणा और वित्तीय स्वीकृति के बाद भी सड़क का नहीं बन पाने के लिए भी सरकार ज़िम्मेदार है जिसने  दिसंबर 2018 में सड़क चौड़ीकरण के लिए पीसीयू मानकों को नए सिरे से निर्धारित करते हुए एक आदेश जारी किया जिसके आधार पर रोजाना 3000 से कम वाहनों की आवाजाही वाले सड़कों का सिंगल लेन से डेढ लेन चौड़ीकरण नहीं किया जाएगा. और रोजोना 8000 से कम वाहनों की आवाजाही वाली सड़कों का  डबल लेन नहीं किया जाएगा.इसी बदलाव के चलते अब तक  नंदप्रयाग-घाट सड़क चौड़ीकरण नहीं हो पाया जबकि ये आदेश मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद हुआ था। अब सवाल ये उठता है