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• Mon, 23 Sep 2024 5:19 pm IST

अपराध

ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर बिल्डर से 90 लाख की ठगी


ऊधम सिंह नगर : साइबर ठगों ने हल्द्वानी के बिल्डर से ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 90 लाख तीन हजार रुपये की ठगी कर ली। बिल्डर ने कुमाऊं परिक्षेत्र के साइबर थाने में तहरीर देकर पुलिस से ठगी की रकम वापस दिलाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साइबर पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वृंदावन बिल्डर्स फर्म के स्वामी बरेली रोड ओल्ड आईटीआई हल्द्वानी निवासी संजय कुमार पंत ने साइबर थाने में तहरीर सौंपी। बताया कि उनके फेसबुक अकाउंट पर 30 जुलाई को एक विज्ञापन प्रदर्शित हुआ। उस पर क्लिक किया तो उन्हें जे07 फ्यूचर कैपिटल इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट ग्रुप्स एम स्टॉक नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया।31 जुलाई को एक अन्य व्हाटसएप ग्रुप क्रूती175 से जोड़ा गया। इसमें शेयर मार्केट में पैसा इंवेस्ट करने के नाम पर ट्रेडिंग का प्रशिक्षण दिया गया। एक मुश्त अधिक लाभ कमाने का प्रलोभन देते हुए ठगों ने अपनी कंपनी को इंटरनेशनल बताया और 12 अगस्त को उन्हें एक अन्य ग्रुप से जोड़ा।31 जुलाई को एक अन्य व्हाटसएप ग्रुप क्रूती175 से जोड़ा गया। इसमें शेयर मार्केट में पैसा इंवेस्ट करने के नाम पर ट्रेडिंग का प्रशिक्षण दिया गया। एक मुश्त अधिक लाभ कमाने का प्रलोभन देते हुए ठगों ने अपनी कंपनी को इंटरनेशनल बताया और 12 अगस्त को उन्हें एक अन्य ग्रुप से जोड़ा।
ग्रुप के माध्यम से उनका डीमैट खाता भेजा गया। इसमें लिंक के जरिये उन्होंने उसी दिन चेक के जरिये पांच लाख रुपये ट्रेडिंग के लिए जमा किए। उन्हें वाॅलेट में 6.50 रुपये की राशि दिखाई गई। इसके बाद 22 अगस्त को उन्होंने सात लाख रुपये जमा किए। मुनाफा दिखाने के बाद और अधिक लाभ के लिए आईपीओ खरीदने का प्रलोभन दिया गया। विश्वास करते हुए उन्होंने 20 लाख रुपये जमा कर दिए।इसके बाद उनसे लकी ड्राॅ में 40 हजार शेयर जीतने की बात कही गई। वाॅलेट की धनराशि भी करीब 62 लाख रुपये प्रदर्शित हो रही थी। उन्होंने रुपये निकालने चाहे तो बताया गया कि उन्हें 58 लाख तीन हजार रुपये तत्काल जमा करने होंगे, ऐसा नहीं करने पर धनराशि फ्रीज करने की धमकी दी गई।इस पर उन्होंने छह सितंबर को दो आरटीजीएस से 58,03000 रुपये जमा किए। इसके बाद फिर उन्हें तीन लाख शेयर जीतने और बतौर जमानत 30 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा गया। इस पर उन्हें संदेह हुआ। साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।