बागेश्वर-कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सुविधाओं और व्यवस्थाओं के पुख्ता होने के लाख दावे करे, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही है। कोरोना की जांच के लिए की जा रही आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट आने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग रहा है। कुछ ऐसा ही वाकया एक सेवानिवृत्त कर्मचारी की जांच में हुआ। उनके निधन के दो दिन बाद उनकी आरटी-पीसीआर जांच की रिपोर्ट मिली। हालांकि उन्होंने एहतियात बरतते हुए एक्सरे करवा लिया था, जिसके बाद वह डॉक्टरों की सलाह पर कोविड केयर सेंटर में भर्ती भी हो गए थे, लेकिन उनके परिवार के लोगों की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं पहुंची है।