पौड़ी : कोट ब्लॉक के अंतर्गत देहलचौरी स्थित मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में दो दिवसीय कांडा मेला बुधवार से शुरू हो गया है. इस दो दिवसीय मेले के पहले दिन श्रद्दालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. परंपरानुसार कांडा गांव के मंदिर से मां भगवती की डोली ढोल नगाड़ों के साथ सिद्धपीठ मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर पहुंची. ऐसे में मां भगवती की यह डोली एक महीने तक मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में ही रहेगी. ऐसे में यहां बड़ी संख्या में मनौतियां लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में 50 से अधिक निशाण चढ़ाए. आज इस मेले का आखिरी दिन है.बता दें कि श्रीनगर गढ़वाल से 20 किलोमीटर देहलचौरी स्थित मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में लगने वाला कांडा मेला कभी पशुबलि के लिए विख्यात था. यहां सैकड़ों भैंसें और बकरों को बलि मां काली को चढ़ाई जाती थी, लेकिन अब गढ़वाल में पशुबलि के लिए प्रसिद्ध रहे इस स्थल पर पिछले कई वर्षों से बलिप्रथा पूरी तरह से खत्म हो गई है. हालांकि, बलिप्रथा खत्म होने के बाद भी कांडा मेले का महत्व कम नहीं हुआ है. क्षेत्र की जनता को इस मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है.