कोसी नदी में अनेक घटनाएं होने के बाद भी लोग जान का जोखिम उठा ही रहे हैं। मछली के शिकार को नदी के बीच धमाके कर जान जोखिम में डाली जा रही है। नदी में धमाके से रोहू व महसीर के अस्तित्व पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे के करीब बहने वाली कोसी नदी पर अराजकता जोरों पर है। पहले ही कई लोग नदी में डूब कर जान गंवा चुके हैं, अब नदी में अराजक तत्व गंधक पोटाश का मिश्रण का धमाके से मछलिया मार रहे हैं। जिसे रोका जाना अतिआवश्यक हो गया है। लेकिन प्रशासन मौन है।इस पर रोक लगनी चाहिए।शनिवार को हाईवे पर नावली के समीप जोरदार धमाका करके लोग मछलिया जुटाने को नदी में कूदे । हाईवे पर कार्य कर रहे श्रमिक भी धमाके से डर गए, वह भी नदी तरफ दौड़े। बाद में पता चला कि धमाके से मछलिया मारी गई हैं। गंधक पोटाश के मिश्रण से धमाके किए जाने से कोसी नदी में पाई जाने वाली महासीर व रोहू मछली के अस्तित्व पर भी संकट पैदा हो गया है। हादसे का खतरा भी दोगुना बढ़ गया है