बीते दिनों हरिद्वार में हुई धर्म संसद के दौरान दिए गए आपत्तिजनक और भड़काऊ भाषणों का विरोध तेज हुआ है। इसे लेकर कई देशों के नागरिकों और वैश्विक भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों ने आवाज उठाई है और मांग की है कि इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इस धर्म संसद के दौरान कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ अपमानजनक व भड़काने वाले भाषण दिए गए थे। 29 संगठनों के एक समूह की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड्स, जर्मनी, स्कॉटलैंड, फिनलैंड और न्यूजीलैंड के प्रवासी समूहों ने ट्विटर पर पिछले महीने हरिद्वार में हुई धर्म संसद के दौरान दिए गए भड़काने वाले भाषणों की आलोचना की है। बयान जारी करने वाले ये संगठन हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदायों का प्रतिनिधित्व करते हैं।