आठ किमी लंबे नारायण नगर मोटर मार्ग का 1990 में निर्माण किया गया था। इसके बाद सड़क पर किसी प्रकार का कोई काम नहीं किया गया। देखरेख के अभाव में सड़क बदहाल होती चली गई। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। कहीं-कहीं तो सड़क धंस भी गई है। सड़क में न पैरापिट हैं और न क्रैश बैरियर ही लगाए गए हैं। इसके चलते तीव्र ढलान वाले मोड़ों में हादसे का खतरा बना रहता है। 2021 में सड़क पर हॉटमिक्स के लिए टेंडर हुए। एक किमी सड़क पर हॉटमिक्स भी किया गया लेकिन फिर ठेकेदार ने किसी कारण काम बंद कर दिया।
सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार से बात हुई है। अगले हफ्ते से काम शुरू हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने पर ये सड़क उपयोगी साबित होती है। - हेमंत चंदोला, सहायक अभियंता, लोनिवि