उत्तराखंड में खेती आज भी आजीविका का बड़ा साधन है। मैदानी क्षेत्रों में जहां बड़े जोतों में खेती हो रही है, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में किसान आज भी छोटे-छोटे खेतों से ही आजीविका चला रहे हैं। मैदान और पहाड़ के किसानों की समस्याएं अलग-अलग हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में किसान लंबे समय से जंगली जानवरों की समस्या से परेशान हैं। किसान प्रदेश में गठित होने वाली नई सरकार से समाधान की उम्मीद लगाए बैठे हैं। ऐसा नहीं है कि पर्वतीय क्षेत्रों में खेती हमेशा से ही अलाभकारी रही है। कई पीढि़यों तक लोगों ने खेती से ही अपनी आजीविका चलाई है। शिक्षा का स्तर बढ़ा तो लोगों ने अन्य क्षेत्रों में रोजगार तलाशे, बावजूद इसके आज भी पहाड़ के लगभग हर गांव में खेती हो रही है,