भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। कुश्ती संघ का चुनाव घोषित हो चुका है और पहलवानों के कई मांगों को पूरा भी किया जा रहा है। सरकार ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से किए कई वादों पर काम किया है। इसी बीच प्रदर्शनकारी पहलवानों में सामने साक्षी मलिक का बयान सामने आया है। उन्होंने नाबालिग पहलवान के मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल होने के बाद अपनी बात सामने रखी है। साक्षी का कहना है कि पीड़िता के पिता और परिवार पर काफी दबाव था। इसलिए उन्होंने बयान को बदला है।साक्षी मलिक ने कहा, ''चार्जशीट में उन्हें (बृजभूषण शरण सिंह) को दोषी करार दिया गया है। बाकी सबकुछ साफ तभी होगा जब हमारी लीगल टीम के हाथ में चार्जशीट आएगी। फिर वह साफ-साफ बता पाएंगे कि कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं। उसी के अनुसार आगे की रणनीति बनाई जाएगी।''पॉक्सो मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले। POCSO मामले में जांच पूरी होने के बाद शिकायतकर्ता यानी पीड़िता के पिता और स्वयं पीड़िता के बयानों के आधार पर कोर्ट में मामले को रद्द करने का अनुरोध किया गया है। इस पर साक्षी ने कहा, ''ये पुलिस ने हटाई है। जैसा हमने सुना है कि इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट तय करता है कि वह किस बयान को सही मानेगा, पहले वाले बयान को या बाद में दिए गए बयान को। हम इसे लेकर काफी दिनों से बता रहे हैं कि पीड़िता के पिता और परिवार पर काफी दबाव था। उनके और पूरे परिवार के ऊपर शुरू से ही दबाव बनाया गया था।''