देहरादून। अगर आपको दून मेडिकल कालेज अस्पताल की इमरजेंसी में या उसके बाहर सफेद कोट में कोई शख्स मिले और वह आपको या मरीज को दूसरे अस्पताल जाने के लिए बरगलाए तो उस पर आंख बंद करके भरोसा न करें। क्योंकि, अस्पताल की इमरजेंसी और उसके आसपास मरीजों को निजी अस्पतालों में ले जाने वाला गैंग सक्रिय है।
ऐसा एक मामला तीन रोज पहले भी अस्पताल में सामने आया। त्यागी रोड निवासी सुनील तिवारी को पैर में चोट लगने पर इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। पैर में ज्यादा चोट के चलते हड्डी रोग और सर्जरी विभाग के चिकित्सकों को बुलाया गया। तकरीबन एक घंटा तक चिकित्सक नहीं आए तो दलाल सक्रिय हो गए और स्वजन के पास आकर कहने लगे कि चिकित्सक इसी तरह देर करेंगे। आप मरीज को निजी अस्पताल में ले जाइए। इस पर स्वजन ने अफसरों से शिकायत की।