राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघ और दूसरे वन्यजीवों के साथ ही विभिन्न वनस्पति व पेड़ पौधों की संख्या का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में यह कार्य राजाजी पार्क के पश्चिमी हिस्से में होगा। इसकी खासियत यह है कि इसमें कागज पेन का उपयोग न करके एक विशेष मोबाइल एप एम स्ट्राइप इकोलाजिकल के जरिये बाघ के आंकड़े एकत्रित होंगे।
वार्डन ललिता प्रसाद टम्टा ने बताया कि नेशनल टाइगर कंजर्वेशन प्राधिकरण (एनटीसीए) की ओर से वर्ष 2018 के बाद यह आकलन कराया जा रहा है। हर बीट में 15 किमी की परिधि में साइन सर्वे के आधार पर गणना कर भिन्न प्रकृति के वन्य जीवों का डेटा एप में फीड किया जाएगा। 16 दिसंबर से ट्रांजिट लाइन बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी हिस्से में अब तक सिर्फ दो बाघ मौजूद हैं जो कि बीते वर्ष दिसंबर में कार्बेट से यहां शिफ्ट किए गए। वहीं पूर्वी हिस्से की चीला रेंज में सर्वाधिक 35 बाघ हैं।