उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं किसी से छिपी नहीं है , स्वास्थ्य व्यवस्थाएं की अव्यवथा यहां हर दिन नई कहानी कहती है अब आप उत्तरकाशी सर बडियार पट्टी के डिगाड़ी गांव का मामला ले लिजिए जहां एक बीमार महिला को ग्रामीणों ने आठ किलोमीटर पैदल चलकर डंडी-कंडी से बड़कोट अस्पताल पहुंचाया. बड़कोट में प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने उसे देहरादून रेफर कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि सर बडियार पट्टी के आठ गांवों के लिए जो ऐलोपैथिक सेंटर बनाया गया, उसमें लंबे समय से मेडिकल स्टाफ न होने के कारण ताला लटका हुआ है बता दें कि पुरोला ब्लॉक के सुदूरवर्ती क्षेत्र सर बडियार पट्टी के सर, डिगाड़ी, लिवटाड़ी, कसलूं, किमडार, पौंटी, गोल व छानिका गांव के ग्रामीणों को लंबे समय से सड़क न होने का खमियाजा भुगतान पड़ा रहा है.