रुद्रप्रयाग-वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए प्रदेश में दस हजार वन प्रहरियों की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेशभर में वनाग्नि की 964 घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 1265 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं। साथ ही सात लोगों व सात मवेशियों की जान जा चुकी है। सोमवार को यहां पहुंचे कैबिनेट मंत्री डा. रावत ने कहा कि आग से बचाने के लिए वन प्रहरियों की नियुक्ति की जाएगी। जिन्हें प्रतिमाह आठ हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। फायर सीजन में ये कर्मी जंगलों में आग बुझाने का कार्य करेंगे। जबकि बरसात व अन्य समय में पौधारोपण करेंगे। सरकार द्वारा इन कर्मियों की नियुक्ति और पांच माह के मानदेय की व्यवस्था कर दी गई है। डा. रावत ने कहा कि जंगलों को आग से बचाने वाली वन पंचायतों के साथ ही युवक व महिला मंगल दलों व अन्य सामाजिक संगठनों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने लोगों से वनों को बचाने के लिए एकजुट होकर वन विभाग का सहयोग करने को भी कहा।