उत्तर प्रदेश के बांदा (UP Banda) में एक शादी ने गुजरे जमाने की याद दिला दी. अपनी दुल्हन को लेने दूल्हा बैलगाड़ी पर सवार होकर पहुंचा. बुंदेलखंड में वर्षों पहले बैलगाड़ी से बारात जाने का परंपरा थी, जो अब 21वीं सदी में गुजरे जमाने की बात हो गई है. कुछ परिवार आज भी पुरानी परंपरा निभाते आ रहे हैं.उसी क्रम में डीजल पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को देखते हुए एक गांव की महिला प्रधान ने अपने भतीजे की शादी कर पुरानी परंपरा की याद दिला दी. दूल्हा पारंपरिक वेशभूषा में बैलगाड़ी से बारात लेकर पहुंचा. शादी में उपयोग होने वाले प्लास्टिक की बजाय देशी चीजों का इस्तेमाल किया गया. यह शादी समारोह जिले सहित आसपास के इलाके में चर्चा का विषय बना रहा.