देहरादून : उत्तराखंड में कोराना केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव केसों के बढ़ने से एक बार फिर टेंशन हो रही है। चिंता की बात है कि शुक्रवार को हरिद्वार के जिला अस्पताल का डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव मिला। हैरानी की बात है कि कोविड-19 संक्रमण बढ़ने के बाद भी जांच कम हो रही हैं। पूरे प्रदेश में करीब 300 ही सैंपल प्रतिदिन लिए जा रहे हैं। इसमें अकेले 100 सैंपल दून से ही लिए जा रहे हैं। मरीजों की जांच आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट के जरिए हो रही है। अभी राज्य में किट की कमी के कारण जांच प्रभावित नहीं हो रही हैं। सिर्फ हरिद्वार में आरटीपीसीआर किट समाप्त हो गई हैं। वर्तमान में राज्य में कुल 27 एक्टिव मरीज हैं। हरिद्वार जिले में अभी कोरोना के कुल तीन मरीज हैं। यहां कोरेाना की जांच को आरटीपीसीआर किट खत्म हो चुकी है। ऊधमसिंह नगर में कोरोना का एक केस सामने आया है। बीते दिनों रुद्रपुर जिला अस्पताल में बाजपुर का एक कोरोना मरीज मिला। आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। उत्तरकाशी में वर्तमान में कोरोना संक्रमण का कोई भी नया केस सामने नहीं आया है। अस्पतालों में कोरोना की जांच को एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच की जा रही है।रुद्रप्रयाग में कोरोना का कोई नया केस सामने नहीं आया है। जांच को एंटीजन और आरटीपीसीआर की व्यवस्था है। हर दिन 10 से 15 मरीजों की नियमित जांच हो रही है।पौड़ी में मार्च महीने में अभी तक कोरोना के तीन केस सामने आए हैं। कोरेाना की जांच एंटीजन और आरटीपीसीआर दोनों तरीके से हो रही है। दवा और आक्सीजन की कमी नहीं है।नैनीताल जिले में प्रतिदिन 30 से 40 जांच ही हो रही हैं। सीएमओ डॉ भागीरथी जोशी ने बताया कि आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों ही जांच हो रही हैं। किट की कोई कमी नहीं है।