उत्तरकाशी : व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले कानून व समान नागरिक संहिता (यूनिफॉम सिविल कोड) को लेकर राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता विशेषज्ञ समिति के सदस्य शुक्रवार को उत्तरकाशी पहुंचे। सदस्यों ने समान नागरिक संहिता के प्रस्तावित प्रारूप को लेकर पीजी कालेज ऑडिटोरियम में आम नागरिकों के साथ परिचर्चा कर उनके सुझाव लिए। परिचर्चा के दौरान लोगों ने समिति को अपने-अपने सुझाव दिए।पीजी कॉलेज में पूर्व मुख्य सचिव व समिति के सदस्य शत्रुघन सिंह, दून विवि के उप कुलपति डॉ सुरेखा डंगवाल, समाजसेवी डॉ. मनु गौड़ ने व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले कानून व समान नागरिक संहिता की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी। समिति ने विवाह, तलाक, गोद लेना, संपत्ति का अधिकार, लिविंग रिलेशनशिप, समलैंगिकता और जनसंख्या नियंत्रण आदि को लेकर परिचर्चा की और सुझाव लिए। इस दौरान रावल हरीश सेमवाल ने देश को सर्वोपरि रखते हुए समान अधिकार बनाने पर अपने सुझाव दिए। प्रोफेसर मधु थपलियाल ने नए दौर के समाज में लिविंग रिलेशनशिप को अनिवार्य रूप से पंजीकृत करने और लड़के और लड़की की उम्र 18 और 21 वर्ष से अधिक करने पर अपने सुझाव दिए।