सिनेमा के बुलंद सितारों में से एक रहे दिलीप कुमार साहब ने हिंदी सिनेमा को कई शानदार फिल्में दी हैं और आज भी वह लोगों के दिलों में जिंदा है। अब उनकी 100वीं बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर निर्माता शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर द्वारा स्थापित फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन की तरफ से फिल्म फेस्टिवल की घोषणा की गई है। जिसके तहत दिग्गज दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार की शानदार फिल्मों को एक बार फिर से सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दिलीप कुमार की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर 'दिलीप कुमार हीरो ऑफ हीरोज' के नाम से फेस्टिवल का ऐलान किया गया है। यह उत्सव 10 और 11 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर सिनेमा के साथ साझेदारी की गई है। 'दिलीप कुमार ऑफ हीरोज' फिल्म महोत्सव के तहत 20 शहरों के 30 पीवीआर सिनेमाघरों में दिलीप कुमार की समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्मों को रिलीज किया जाएगा। इनमें आन (1952), देवदास (1955), राम और श्याम (1967), और शक्ति (1982) जैसी फिल्में शामिल हैं। इस बारे में हेरीटेज के संस्थापक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर कहते हैं कि यह महोत्सव 'भारतीय सिनेमा के महान अभिनेताओं में से एक को पर्दे पर वापस लाने का एक खास अवसर है"। "वह वाकई 'हीरोज के हीरो' हैं क्योंकि आज भी वह एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्हें बड़े सितारे देखते हैं, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन इस उपलब्धि के जश्न को मनाने के लिए सिनेमाघरों में उनकी फिल्मों के फेस्टिवल को सेलिब्रेट करने से बेहतर कोई और तरीका नहीं सोच सकता, भले ही कुछ फिल्में लगभग सत्तर साल पहले रिलीज हुई थीं लेकिन दिलीप कुमार की परफॉर्मेंस की पावर उनके काम करने का तरीका और एक अभिनेता के रूप में उनके काम करने का तरीका उन्हें ऐजलेस बनाता है।" शिवेंद्र सिंह ने कहा, उन्हें दुख हुआ कि दिलीप कुमार की कई ग्रेट फिल्में केवल कम-रिजॉल्यूशन प्रारूपों में बची हैं, जिन्हें बड़े पर्दे पर पेश नहीं किया जा सका, मैंने बड़ी मुश्किल से इन फिल्मों को जोड़ा, कई लोगों ने मुझेस पूछा कि उनकी पसंदीदा फिल्मों को क्यों शामिल नहीं किया गया। शिवेंद्र सिंह कहते हैं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इन फिल्मों को संरक्षित करने पर ध्यान देना चाहिए।
सायरा बानो बेहद खुश
दिलीप कुमार की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से इस फेस्टिवल की घोषणा से दिवंगत अभिनेता की पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो भी बेहद खुश हैं, वह कहती हैं, 'उन्हें इस बात की खुशी है कि दिलीप साहब का 100वां जन्मदिन इस तरह मनाया जा रहा है, महोत्सव मनाने के लिए 'दिलीप कुमार हीरो ऑफ हीरोज' से बेहतर टाइटल नहीं हो सकता, वह मेरे पसंदीदा हीरो थे, जब मैंने उन्हें फिल्म आन में देखा था तो 12 साल की थी, एक बार फिर से उन्हें पर्दे पर देखना खुशी की बात है, जीवन से भी ज्यादा जैसे वो मुझमें रहे''।