बागेश्वर: संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित लोकवाद्य यंत्र की कार्यशाला का समापन हो गया है। प्रशिक्षु डीएलएड छात्रों को बांसुरी और हुड़के के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यशाला का मकसद युवा पीढ़ी को उनकी संस्कृति से रूबरू करना है। लोक कलाकार मोहन जोशी बांसुरी वादन सिखा रहे हैं। इजा सोसायटी के अध्यक्ष एवं मुख्य संदर्भदाता मोहन चंद्र जोशी ने बताया कि संस्कृति विभाग उत्तराखंड सरकार के तत्वावधान में डायट में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा था, जिससे भावी पीढ़ी एवं प्रशिक्षकों को उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्रों की समझ विकसित करना था। कार्यशाला का उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों हुड़का और बांसुरी के उत्पत्ति बनावट इतिहास लोक संगीत में उपयोगिता निर्माण तौर तरीके डोरी नाली आकार व बजाने के बारे में सहज एवं सरल तरीके से लोक वाद्य यंत्रों का प्रशिक्षण देना था।