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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 2 Dec 2022 3:25 pm IST


मात्र 4 घंटे की पढ़ाई करके यूपीएससी टॉपर बने जुनैद, 3rd रैंक हासिल कर कायम की मिसाल


आज हम आपको एक ऐसे यूपीएससी टॉपर के बारे में बताएंगे जिसके ऊपर घर की जिम्मेदारियां थी और वह   स्कूल कॉलेज में भी कभी 60% से अधिक अंक नहीं हासिल कर सका था, लेकिन उसके ऊपर अफसर बनने का ऐसा जूनून सवार हुआ कि रोजाना मात्र 4 घंटे की पढ़ाई करके उसने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप कर दिया और देश भर में तीसरी रैंक  हासिल कर ली। जुनैद ने जब यह बात अपने परिवार वालों और दोस्तों को बताई तो, वे भी हैरान रह गए। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि ये सब कैसा हुआ। 
जुनैद अहमद उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता जावेद हुसैन पेशे से वकील हैं और मां आयश रजा एक गृहणी हैं। जुनैद बिजनौर के नगीना कस्बे में पले-बढे हैं और इनकी प्रारंभिक शिक्षा भी यही से हुई। यहां वे एक औसत दर्जे छात्र थे। 10वीं और 12वीं की परीक्षा में भी उनके लगभग 60 प्रतिशत अंक ही आए थे।  12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद जुनैद ने नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वहां भी वह मात्र  65 प्रतिशत अंक ही ला पाए। कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद जुनैद के मन में IAS अधिकारी बनने का ख्याल आया। हालांकि, उन्हें परीक्षा और उससे जुड़ी अन्य चीजों की कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे में उन्होंने सबसे पहले  इसके बारे में रिसर्च करना शुरू किया और फिर तैयारी शुरू कर दी। 
साल 2013 से उन्होंने खुद को पढ़ाई में पूरी तरह से झोंक दिया। शुरुआत में जुनैद को तैयारी करने में काफी मुश्किल फेस करनी पड़ी लेकिन जब उन्हें समझ आ गया के वे IAS बन सकते हैं तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी पढ़ाई पर पूरा फोकस करना शुरू किया। जुनैद रोज सुबह पांच बजे उठ जाते थे और पढ़ाई करते थे। वे दोपहर 11-12 बजे तक पढ़ते थे। वे रोज कम से कम 9-10 घंटे पढ़ाई करते थे। इसके बाद वे खेल और जिम चले जाते थे। जुनैद कभी-कभी फिल्म भी देखने चले जाते थे। जुनैद बताते हैं कि सिविल सर्विसेज की तैयारी की शुरुआत में वे 8 से 10 घंटे लगातार पढ़ते थे लेकिन बेसिक समझ में आने के बाद उन्होंने तैयारी का समय घटा कर 4 घंटे कर दिया।  जुनैद का मानना है कि घंटों से पढ़ाई नहीं होती, बस जो भी पढ़ें उसे अच्छी तरह से समझ कर पढ़ें। ध्यान लगाकर तैयारी करें तो सफलता जरूर मिलेगी। जुनैद ने पांचवी बार में परीक्षा में सफलता हासिल की थी।