सबसे पहले जानते हैं क्या है ग्राफिक डिजाइनिंग?
ग्राफिक डिजाइनर का काम अपने क्लाइंट के लिए ऐसे क्रिएटिव आइडिया तैयार करना होता है, जो उसके क्लाइंट के इंस्टीट्यूट को अलग पहचान दे सकें. इस काम के लिए क्रिएटिविटी सबसे पहली जरूरत है. इसके अलावा, इंडस्ट्री के ट्रेंड्स की पूरी जानकारी, ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में नए सॉफ्टवेयर्स की जानकारी, प्रोफेशनल अप्रोच और काम को समय पर पूरी करने की योग्यता होनी भी जरूरी है.
-कैसे करें इस कोर्स की पढ़ाई:
ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में आज तमाम तरह के कोर्स मौजूद हैं. फाउंडेशन कोर्स से लेकर चार साल तक के डिग्री कोर्स उपलब्ध है. योग्यता के रूप में स्टूडेंट्स को 12वीं पास होना जरूरी है. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के बाद भी कई डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स कराए जाते हैं.
-ग्राफिक डिजाइनिंग में कोर्स:
बैचलर इन फाइन आर्ट्स, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन ,ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन,विजुअल कम्युनिकेशन डिजाइनिंग ऐंड विजुअल कम्यूनिकेशन, एप्लाइड आर्ट्स ऐंड डिजिटल आर्ट्स प्रिंटिंग, ऐंड मीडिया इंजीनियरिंग
-प्रमुख संस्थान:
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, आईआईटी, मुंबई
डिपार्टमंट ऑफ डिज़ाइन, आईआईटी, गुवाहाटी
-कहां मिलेगी नौकरी:
अगरग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर की बात की जाए, तो ग्लोबलाइजेशन के मौजूदा दौर में इस फील्ड में रोजगार की बेहतर संभावनाएं
हैं. सभी छोटे-बड़े संस्थान अपने लिए विजुअल ब्रैंड तैयार करवाते हैं. ग्राफिक डिजाइनर्स को वेबसाइट, एडवरटाइजिंग एजेंसी , किताबें, पत्रिकाएं, पोस्टर्स, कम्प्यूटर गेम्स, प्रोडक्ट पैकिजिंग, कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन, कॉर्पोरेट आइडेंडिटी जैसी जगहों पर अच्छे पैकिज में काम मिल जाता है.