देहरादून। सड़क जाम करने पर मुकदमा दर्ज होने से उपनल कर्मी आक्रोशित हैं। उन्होंने विरोध स्वरूप होली का बहिष्कार करने का एलान किया है। समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मी बीते 34 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। मांगों को लेकर बीते गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में उपनल कर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया था। एकता विहार धरना स्थल से रैली के रूप में आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सहस्रधारा क्रॉसिंग पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया था। आक्रोशित कार्मिकों ने वहीं सड़क जाम लगाकर प्रदर्शन किया था, जिस पर पुलिस की ओर से एक हजार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। पुलिस कार्रवाई से खफा कार्मिकों ने अब होली का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने कहा कि मांगों को लेकर धरना जारी है और लिखित आश्वासन मिलने तक आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा। कहा कि कर्मचारियों का मनोबल गिराने के लिए उन पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। शनिवार को विभिन्न जनपदों व हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भी धरना दिया गया। कहा कि प्रदर्शन करने पर किए गए मुकदमे से आहत होकर परिवार सहित इस वर्ष होली न खेलने की प्रतिज्ञा ली गई है। धरने में मुख्य संयोजक आंदोलन महेश भट्ट, महामंत्री हेमंत रावत, विनोद गोदियाल, दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी, हरीश कोठारी, अभिनव जोशी, सौरभ नेगी, रविंद्र बिष्ट, ललित नेगी, कमलेश्वर कंसवाल, विनय कुमार, विनय प्रसाद आदि शामिल थे।