महानिदेशक जेल डीजी हेमंत लोहिया की हत्या करने के आरोपी यासिर ने वारदात के बाद खुदकुशी की कोशिश की। हालांकि किसी भी पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
जानकारी के मुताबिक, यासिर फरार होने के बाद वह एक खाली प्लॉट में छुप गया था, जहां उसने एक पेड़ पर अपनी बेल्ट बांधकर फंदा लगाया, लेकिन बेल्ट टूट गई। इससे वह बच गया। यासिर ने ये बातें पूछताछ में पुलिस अधिकारियों को बताई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यासिर को पुलिस दो जगहों पर लेकर गई। इसमें एक वह जगह है, जहां पर उसने अपनी बेल्ट से फंदा लगाकर जान देने का प्रयास किया था। दूसरा बोहड़ी क्षेत्र के पेट्रोल पंप पर। इस पेट्रोल पंप से यासिर पेट्रोल या डीजल लेकर गया था। उसने पेट्रोल पंप पर कहा था कि डीजीपी ने उसे तेल लेने के लिए भेजा है।
लोहिया के हेल्पर रहे यासिर लोहार निवासी रामबन ने स्वीकार किया है कि उसने ही डीजी की हत्या की है। हत्या करने के पीछे उद्देश्य पुलिस ने फिलहाल नहीं बताया है।